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नव कलेंडर वर्ष में विश्व एव भारत ---

नव कलेंडर वर्ष में विश्व एव भारत ---


वैसे तो प्रत्येक प्रभात नया दिन होता है और कर्म धर्म ग्रह गोचर के अनुसार दिन के परिणाम परिलक्षित होते हैं पथ्वी जब सूर्य का चक्कर लगाती है तो सूर्य की अवस्थिति से दिन रात का निर्धारण होता है ।पूरे वर्ष किसी न किसी समाज धर्म की मान्यताओं के अनुसार नव वर्ष का शुभारंभ होता है विश्व के प्रत्येक समाज में नव वर्ष का अपना महत्व होता है जिसे वह समाज अपनी मान्यताओं के मापदंडो पर परखता और स्वागत करता है ।भारत मे नववर्ष का शुभारंभ ग्रीष्म कालीन नवरात्रि से होता है जिसे सम्वत्सर कहते है और प्रत्येक सम्वत्सर की अपनी व्यख्या पहचान उसकी सामाजिक उपलब्धियों और हानि लाभ पर निर्धारित होता है अमूमन किसी भी समाज या राष्ट्र का नव वर्ष उसके किसी स्वीकार्य महान व्यक्तित्व की अवधारणा का सत्य होता है वर्तमान में ईशा से प्रारम्भ नववर्ष जिसकी शुरुआत दो हाज़ार इक्कीस वर्ष पूर्व ईस्वी सन के रूप में हुई थी की स्वीकार्यता लगभग विश्व के अनेको क्षेत्रो में वर्ष और उसका प्रारम्भ नव वर्ष के रूप में स्वीकारोक्ति है  एक जनवरी से ईस्वी सन दोहाज़ार बाईस की शुरुआत होने जा रही है आइए जानते है दो हज़ार बाईस के गर्भ में सम्पूर्ण मानवता के लिये क्या शुभ और क्या अशुभ है इस सच्चाई को जनने से पूर्व यह जानना अधिक प्रासंगिक होगा कि पूर्व में अनेक विद्वत् भविष्य वक्ताओं ने सन दो हज़ार बाईस के लिये क्या विचार व्यक्त किया है।।

सन 1503 में फ्रांस में जन्मे नास्त्रेदमस का नाम बड़े विश्वास आदर और सम्मान के साथ वर्तमान में विश्व मे अनेक भविष्यवाणीयो के लिये लिया जाता है जब भी कोई शुभ अशुभ घटना विश्व मे घटित होती है तब नास्त्रेदमस द्वारा की गई सौ छंदों और अनेक शतकों जिनकी संख्या बारह है को खंगाला जाता है और उस पर घटित घटना के विषय मे भविष्यवाणी का सत्यापन किया जाता है ।।
*नास्त्रेदमस के अनुसार वतर्मान समय द्वितीय महान चक्र से गुजर रहा है जो 1889 से 2243 में समाप्त होगी यह काल मानव जाती के लिये रजत काल होगा ऐसा नास्त्रेदमस की भविष्यवाणी कहती है जबकि सच्चाई यह है कि इसी अवधि में विश्व मे दो विश्व युद्ध हुये हिरोशिमा नाकासाकि में परमाणु बम की विध्वंसक शक्ति को विश्व ने झेला।।
*जानते है सन 2022 के संदर्भ में भविष्य के मुर्द्वन्व विद्वत भविवक्ता नास्त्रेदमस की भविष्यवाणी और वास्तविकता।।
(क) -नास्त्रेदमस के अनुसार निम्न संभावना सन 2022 में है---
1-परमाणु बम फटेगा इस संभावना पर निश्चित गम्भीरता से संपूर्ण विश्व को विचार करने की आवश्यकता है क्योंकि विश्व समाज मे कुछ ऐसे राष्ट्र वर्तमान में विस्तार और शक्ति की धौस के धुरंधर है जो बेवजह कही भी कभी भी अपने अधिकार का दावा ठोंकर उंसे प्रमाणित करने का कुचक्र चलते है जी हां चीन एक ऐसा वर्तमान में समाज राष्ट्र है जो स्वय तो शैने शैने समापन की तरफ बढ़ता दूसरे राष्ट्रों के लिये नित नई परेशानियों को खड़ा करता है जिससे कभी कभी निश्चित तौर पर सम्पूर्ण विश्व के विनाश कारी भविष्य को संकेत करते है मगर यह प्रत्यक्ष दृष्टिगत सच है भविष्य के गर्भ में यह सच निहित है कि किसी के द्वारा विनाशकारी सोच कार्य करने के दुस्साहस का प्रतिफल उंसे ही भोगना होगा दूसरी संभावना मानवीय भूल से परमाणु बम फट जाय जिसकी संभावना नगण्य है अतः विद्वान भविवक्ता नास्त्रेदमस की 2022 के संबंध में यह भविष्यवाणी निराधार ही प्रमाणित होगी।।
2-निश्चित रूप से मैंने पिछले वर्ष भी नववर्ष की संभावनाओं के संदर्भ में अपनी गणना में स्पष्ठ किया था कि नास्त्रेदमस महोदय प्रकृतिक विषय के 
विशेषज्ञ थे जिसके आधार पर विश्व के संदर्भ में उनकी अनेको भविष्य वणिया सत्य सावित हुई है भारत मे मशहूर कवि घाघ की कहावतों में मौसम और प्रकृति संबंधित अनुमान एव गणनाओं का स्पष्ठ वर्णन है जो आज भी प्रासंगिक एव सत्य है 14 दिसंबर 1503 को जन्मे नास्त्रेदमस महोदय को भलीभांति अपने ज्ञान योग्यता से मालूम था कि मनुष्य सुविधा भोगी प्राणि है और उसकी तलाश में वह अनेक आविष्कार को जन्म देगा जो विकास की पराकाष्ठा को मनुष्य की पहुंच और ईश्वरीय अवधारणा की सार्थकता के मध्य प्रमाणित करेगा जिसके कारण प्राकृतिक संतुलन अस्थिर होगा आज की सच्चाई भी यही है कि मनुष्य द्वारा विकास की पराकाष्ठा को प्राप्त करने के प्रतिस्पर्धा में ब्रह्मांडीय संतुलन को विचलित किया गया है जिसके कारण 
जलवायु परिवर्तन परिलक्षित स्पष्ठ हो रहा है और प्राकृतिक आपदा की संभावनाओं के जोखिम सम्पूर्ण मानवता के ऊपर सदैव दानव की छाया की तरह साथ साथ चल रहे है जिसके परिणाम भीषण त्रदासि आते रहते है जिसके कारण तबाही ही मानवता को झेलनी पड़ती है नास्त्रेदमस की यह भविष्यवाणी सच है।।
3-सन2022 में किसी स्टेरॉयड से धरती पर कोई तबाही नही होगी यह अति उत्साह में कि गयी भविष्य वणी है।।
4- 2022 में ऐसी तबाही होगी कि पूरे विश्व मे तीन दिनों तक अंधेरा छाया रहेगा में कदाचित सच की सम्भावना शून्य है ।।
5-मंहगाई बेकाबू डॉलर का अवमूल्यन  सम्भव है सच्चाई से परे है विकासवाद और उपभोक्ता वाद के युग संसार मे विकास और महंगाई का चोली दामन का साथ है मंहगाई तो बढ़ेगी लेकिन डॉलर का अवमूल्यन इस कदर हो जाय कि  उसकी भविष्यवाणी निराधार है।।
5-फ्रांस में आएगा तूफान जिसकी संभावना नही है सन 2021 में भारत ने दो तूफानों को देखा और अमेरिका में 2021 के अंत मे तबाही देखी जिसे ज्योतिष गणतिय नजरिए से नही बल्कि प्राकृतिक संतुलन एव जलवायु परिवर्तन के मानवीयता धृष्ठता से परिभाषित होना चाहिये।।
7-मानव जाति खत्म कर देंगे रोबोट इस भविष्यवाणी में कोई दम नही है ज्यातिष की गणना के अनुसार प्राणि ही स्वय के विनाश का बीजारोपण करता है अतः इस भविष्यवाणी की कोई सच्चाई नही है।।

(ख)-अब बुल्गारिया के नेत्रहीन बांगोलिया पांडवा गुश्तेरोआ उर्फ बाबा वेंगा की 2022 के संदर्भ में भविष्यवाणी की सच्चाई को जानना आवश्यक होगा तभी 2022 के संदर्भ में वास्तविकता को जाना जा सकता है---
* दुनियां में पानी की कमी होगी इस संदर्भ में सिर्फ यही स्पष्ठ करना है कि
इस भविष्यवाणी में कोई सच्चाई नही है।।
*आज का युवा लैपटॉप क्मप्यूटर और अनेक स्वयं के आविष्कार की दुनियां का गुलाम बनता जा रहा है जो वर्तमान की वास्तविकता है यह भविष्यवाणी सच है।।
*भारत का तापमान 50 डिग्री होगा इस भविष्यवाणी में कोई दम नही है
यह भविष्यवाणी निराधार है।।
*आस्ट्रेलिया इंडोनेशिया भारत मे सुनामी की संभावना भविष्यवाणी निराधार है ।।
प्रश्न यह उठता है कि कलेंडर वर्ष 2022 कैसा रहने वाला है जो विचारणीय भी है और व्यवहारिक भी कलेंडर वर्ष 2021 का अंत ठीक उसी प्रकार हुई है जिस प्रकार से विगत दो वर्ष पूर्व 2019 का समापन और 2020 का प्रारम्भ कोरोना की आहट नवम्बर-2019 में चीन के बुहान शहर में दस्तक दे चुका था और 2020 में इसका विकराल रूप सम्पूर्ण विश्व ने देखा 2021 का अंत होते होते डेल्टा एव ओमिक्रोन कोरोना वैरियंट के रूप में तेजी से फैल रहा है जो पुनः भारत समेत समूर्ण विश्व के लिये चिंता का विषय है शनि राहु एव केतु अपना स्थान परिवर्तन करेंगे जो निश्चित रूप से मिश्रित फलदायी होंगे अंक ज्योतिषशास्त्र के अनुसार इक्कीसवीं सदी का प्रारम्भ का मूलांक 2001 का तीन था 2002 का चार 2003 का पांच 2004 का छः 2005 का सात 2006 का आठ 2007 का नौ 2008 का मूलांक एक 2009 का दो एव 2010 का पुनः सदी के प्रारम्भ का मूलांक तीन इसी प्रकार 2011 का मूलांक चार 2012 पांच 2013 का मूलांक 6 2014 का मूलांक सात 2015 का मूलांक आठ 2016 का मूलांक 2017  नौ 2018 का मूलांक दो एव 2019 का मूलांक तीन 2020 का मूलांक चार था 2021 का मूलांक पांच एव 2022 का छः है इसी प्रकार 2023 का मूलांक सात 2024 का आठ 2026 एक एव 2027 दो 2028 तीन 2029 का चार एव 2030 का पांच होगा स्पष्ठ है कि इक्कसवीं सदी का प्रथम दशक की शुरुआत मूलांक तीन के साथ तीन मूलांक पर समाप्त हुई थी जिस काल खंड में समूर्ण विश्व एव मानवता को किसी भी भयंकर त्रदासि का सामना कुंछ प्राकृतिक आपदाओं के अतिरिक्त नही करना पड़ा इक्कीसवीं सदी के दूसरे दशक के प्रारम्भ का मूलांक चार और समापन का मूलांक चार था जिसके कारण सम्पूर्ण विश्व को दूसरी सदी के प्रारम्भ एव अंत तक बहुत व्यपक चुनौतियों का सामना करना पड़ा अंत आते आते समूर्ण विश्व एव मानवता भयाक्रांत एव द्विविधा की स्थिति में आ खड़ी हुई जो कोरोना कहर से कुख्यात विख्यात हुई अब इक्कीसवीं सदी का तीसरा दशक पांच मूलांक के कलेंडर वर्ष से प्रारम्भ होकर 2022 के साथ छः मूलांक के साथ शुरू हो चुका है एव संभावना एव सफलताओं असफलताओं के आंकलन प्रख्यात ज्योतिषाचार्यो द्वारा किये गए है मेरे आकलन के अनुसार
वर्ष 2022 में शनि का अढैया समाप्त होगा लेकिन काल सर्प योग की प्रबल संभावना मानवता एव विश्व पर मंडराती रहेगी 2022 के संदर्भ में जितनी भी भविषवणिया अद्यतन वर्तमान में विद्वत ज्योतिषाचार्य द्वारा की गई है उन पर टिप्पणी करना उनकी विद्वता को चुनौती देना होगा अतः सभी विद्वत ज्योतिषाचार्य का आदर सम्मान करते मैं अपनी व्यख्या अवश्य नव कलेंडर वर्ष के लिये प्रस्तुत कर रहा हूँ ।ओमिक्रोन भयानक भयावह अवश्य प्रतीत हो रहा है मगर इससे बहुत हानि की संभावना नही है 
जहाँ तक विश्व विख्यात विद्वत भविष्यवक्ता नास्त्रेदमस एव वेंगा की भविष्यवाणीयो का तात्पर्य है वर्त्तमान परिस्थितियों एव परिवेश में प्रासंगिक नही है विद्वत द्वय ने निश्चित तौर पर अपने जीवन काल मे अपनी विद्वता से  आने वाले काल समय मे समूर्ण विश्व मानवता को सजग सतर्कता का संदेश अपनी भविष्यवाणीयो के द्वारा दिया था।।
कलेंडर वर्ष 2022 व्यवसायिक प्रगति के लिये समूर्ण विश्व के लिये अत्यंत महत्वपूर्ण होगा आर्थिक दृष्टि से सम्पूर्ण विश्व एव मानवता नए आयाम के साथ आगे बढ़ेगी ऊर्जा क्षेत्र में विश्व समुदाय के समक्ष चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा एव उग्रवादी गतिविधियों में लगाम लगाने में सफलता मिलेगी किंतु घातक उग्रवादी   
साजिसो का सामना इस कलेंडर वर्ष में करना पड़ेगा इस वर्ष विश्व मे जहाँ तक प्राकृतिक आपदा की कोई बहुत भयंकर स्थिति उतपन्न नही होने वाली 
सामान्य प्राकृतिक समस्या आएंगी 
राजनीतिक स्तर पर यह वर्ष अमूमन दूर गामी परिवर्तन के लिये नही जाना जाएगा यूरोपीय संघ मजबूत होकर होगा एव अमेरिका की स्थिति और अधिक सुदृढ हो सकती है चीन इस वर्ष पुनः नए विवादों को जन्म देता रहेगा इस वर्ष होने वाले विश्व कप फुटबाल मैच में यूरोपीय संघ का देश विश्व चैंपियन होगा जिसकी प्रबल संभावना बनती है इसमें मात्र परिवर्तन  फाइनल मैच का समय करने में सक्षम हो सकता है जिसकी संभावना भी नगण्य है वैसे यह नव कलेंडर वर्ष विश्व एव मानवता के लिये एक नई जागृति एव चेतना का संदेश भी देने में सक्षम होगा।।जहां तक भारत का प्रश्न है भारतीय नववर्ष के प्रारम्भ होने से पूर्व ही भारत के पांच राज्यों में विधान सभाओं के चुनाव होने वाले है जिसके कारण राजनीतिक उतार चढ़ाव सामान्य है मगर परिणामो कोप्रभावित करने वाले उतार चढाव की विल्कुल संभावना नही है।।
ओमिक्रोन भारत मे बहुत तेजी से बढ़ रहा है और यह भयंकर रूप धारण करता जा रहा है मगर बहुत घबड़ाने के अलावा सतर्कता आवश्यक होगी क्योंकि भारत जैसी बढ़ी आबादी के देश मे संक्रमण को रोक पाना तो संभव ही नही है ।।

भारत की आर्थिक प्रगति इस कलेण्डर वर्ष में आशातीत होगी और राजनीतिक स्तर पर भारत मे इस कलेंडर वर्ष में कोई संभावना नही है 
वैश्विक परिपेक्ष्य में भारत स्वय की यथार्थता को और भी शसक्त होकर प्रमाणित कर सकने में सक्षम होगा पुनः भारत को इस कलेंडर वर्ष में पड़ोसियों से परेशानियों का सामना करना होगा अकाट्य सत्य है जिसके कारण कुछ टकराव की स्थिति आ सकती है।।

आद्योगिक स्तर पर भारत मे विकास बहुत अपेक्षित रहने की संभावना नही दिखती इस नव कलेण्डर वर्ष में फिर भी विकास सर आठ एव नौ को पार कर सकती है।।

भारत मे प्राकृतिक आपदा बाढ़ नियमित समस्या है लेकिन इस नव कलेंडर वर्ष में सूखे की संभावना बनती है इसके अतिरिक्त चक्रवर्ती तूफान की सम्भावना विगत वर्षों की तुलना में कम है।।

नव कलेंडर वर्ष को संतुलित और शांति विकास और मानवीय हितों के सापेक्ष नही तो बहुत विपरीत कहना गलत होगा।।

नन्दलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर गोरखपुर उत्तर प्रदेश

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2 Comments

Gunjan Kamal

25-Nov-2022 11:43 PM

बहुत खूब

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Ayshu

18-Nov-2022 09:58 AM

Bahut khub

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